चकमेहसी थाना अंतर्गत विदेह नगर डरोरी में पांच दिवसीय वैदेही विवाहोत्सव का 88वां महासम्मेलन विधिवत संपन्न हुआ। इस आयोजन का नेतृत्व लोक कला संस्कृति संस्थान ने किया। महोत्सव की सबसे विशेष बात चौठारी रस्म रही, जिसमें भगवान राम और माता सीता के विवाह की मिथिला परंपराओं के अनुरूप रस्में पूरी की गईं।
आध्यात्मिक और सांस्कृतिक अनुभव:
महोत्सव के दौरान श्रद्धालुओं ने भक्ति गीतों और पारंपरिक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आनंद लिया। प्रसिद्ध कलाकार रामभरोस ठाकुर और कृष्ण कुमार कन्हैया ने अपने भक्ति गीतों से माहौल को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक ऊर्जा से भर दिया।
मिथिला की विरासत को सहेजने की पहल:
यह महोत्सव न केवल धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन था, बल्कि एक प्रयास था मिथिला की प्राचीन संस्कृति, रीति-रिवाजों, और परंपराओं को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का।
महत्वपूर्ण पहलू:
- स्थान: विदेह नगर डरोरी, चकमेहसी थाना क्षेत्र।
- आयोजनकर्ता: लोक कला संस्कृति संस्थान।
- मुख्य आकर्षण: चौठारी रस्म, भक्ति संगीत, और पारंपरिक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां।
Voice of Mithila की टीम की तरफ से विशेष कवरेज:
हमारी टीम ने इस भव्य आयोजन की हर पहलू पर नज़र रखी और इसे विस्तार से रिपोर्ट किया। श्रद्धालुओं और आयोजकों ने इसे मिथिला की संस्कृति के लिए एक प्रेरणादायक पहल बताया।
यह भगवान राम और माता सीता के विवाह की कथा को मिथिला की सांस्कृतिक परंपराओं के माध्यम से जीवंत करता है।
चौठारी रस्म मिथिला परंपरा का एक प्रमुख हिस्सा है, जो भगवान राम और माता सीता के विवाह की रस्मों का प्रतीक है।
इसका उद्देश्य मिथिला की सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं को संरक्षित करना और उन्हें नई पीढ़ी तक पहुंचाना है।
चौठारी रस्म, भक्ति संगीत, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, और धार्मिक अनुष्ठान इस महोत्सव के मुख्य आकर्षण रहे।
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