दरभंगा जिले के जगदीश नारायण ब्रह्मचर्य आश्रम में वीणावाणी ट्रस्ट द्वारा बच्चों के बीच कंबल वितरित किए गए। इस अवसर पर ट्रस्ट की ओर से 100 कंबल आश्रम के बच्चों को प्रदान किए गए, साथ ही मंहथ ष्ण मोहन दास बौआ भगवान को अंगवस्त्र और दस ऊनी कपड़े देकर सम्मानित किया गया।
समाजसेवा का सच्चा उदाहरण
वीणावाणी ट्रस्ट के सेक्रेटरी ने इस नेक कार्य को समाजसेवा का महत्वपूर्ण पहलू बताया। उनका कहना था कि आश्रम के बच्चों के बीच कंबल वितरण न केवल सहायता का एक माध्यम है, बल्कि यह समाज को सच्ची सेवा और दायित्व निभाने का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि समाज के हर व्यक्ति को ऐसे नेक कार्यों में सहयोग करना चाहिए।
आश्रम के मंहथ ने की सराहना
आश्रम के मंहथ ष्ण मोहन दास बौआ भगवान ने वीणावाणी ट्रस्ट के इस प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा कि बच्चों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए किया गया यह कार्य सराहनीय है और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद करेगा।
बच्चों और गुरूजनों ने जताई खुशी
इस अवसर पर आश्रम के बच्चों और गुरूजनों ने भी इस पहल की सराहना की। उन्होंने इस प्रयास को एक प्रेरणादायक कदम बताया और वीणावाणी ट्रस्ट के प्रति आभार व्यक्त किया।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):
उत्तर: जरूरतमंद बच्चों को मदद पहुंचाना और समाज को सेवा और दायित्व निभाने का संदेश देना।
उत्तर: बच्चों को 100 कंबल वितरित किए गए और आश्रम के मंहथ को अंगवस्त्र और ऊनी कपड़े प्रदान कर सम्मानित किया गया।
उत्तर: यह आयोजन दरभंगा के लगमा गांव स्थित जगदीश नारायण ब्रह्मचर्य आश्रम में हुआ।
उत्तर: वीणावाणी ट्रस्ट के सदस्य, आश्रम के बच्चे और उनके गुरूजन इस आयोजन का हिस्सा बने।
उत्तर: समाजसेवा में योगदान देकर जरूरतमंदों की मदद करना और समाज में सकारात्मक बदलाव लाना।
वीणावाणी ट्रस्ट द्वारा किया गया यह आयोजन समाजसेवा और मानवता की एक मिसाल है। जरूरतमंद बच्चों की मदद करना न केवल एक पुनीत कार्य है, बल्कि यह समाज को बेहतर बनाने की दिशा में एक सार्थक कदम भी है। Voice of Mithila इस तरह के सामाजिक कार्यों को कवर कर गर्व महसूस करता है और उम्मीद करता है कि भविष्य में भी इसी प्रकार के आयोजन किए जाते रहेंगे।